5 SIMPLE TECHNIQUES FOR CHALAWA KI DAHSHAT EK SUCCHI KAHANI

5 Simple Techniques For Chalawa ki dahshat ek succhi kahani

5 Simple Techniques For Chalawa ki dahshat ek succhi kahani

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इधर मैं अपने दोस्तों के साथ मिल का छुट्टियों का भरपूर मजा ले रहा हूं, दिन भर गांव में आवारागर्दी करना, खेलना, नहाने के लिए नदी में जाना, वहां बैठ कर हिसर, किंगोड़ा, तूंगा, तिमला( जंगली फल) आदि फल खूब खाते हैं, इसी तरह दिन गुजर रहे हैं।

कभी सोचती कि, “वह कहीं माता - पिता के प्रेम में फरेब और कपट की प्रतिछाया तो नहीं ?

मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया, क्योंकि गाँव में लोग जल्दी ही जग जाते है इसलिए शायद यह भी मेरी ही तरह जल्दी जग गया होगा और अपनी छत पर टहल रहा होगा। तो मैं भी व्यायाम करने लगा।

इधर गांव में सभी महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग डरे परेशान उस ओर देखे जा रहे थे। मैं बहुत डरा हुआ था, अपनी दादी से चिपका हुआ था, और पूछ रहा था कि दादी क्या हुआ, तो दादी ने बताया कि गांव का एक जवान लड़का ऊपर पहाड़ वाले खेत पर "गोट" पर था, तो उसे "भूत" गांव की "केरी"की ओर ले जा रहा है, जहां उसकी जिंदगी खतरे में है। गांव के सभी लोग उसे बचाने उन खेतों की ओर भागे हैं। ये सुनकर मेरी तो जान ही निकल गई।

लेकिन क्यों है ऐसा नाम और क्या है उसकी कहानी ?

क्या विवाह करना ही किसी website नारी के जीवन का मक़सद होना चाहिये ?

ये एक सच्ची घटना पर आधारित कहानी है, पहाड़ों में आज भी भूनी हुई किसी भी चीज को खुले में, अनजानी जगहों पर, रात में या कहीं जंगलों में खाने के लिए मना किया जाता है, ऐसा कहा जाता है कि ऐसा करने पर छलावा (भूत) उसे छल लेता है।

उस आदमी को उस समय आदमी समझना सबसे बड़ी मूर्खता थी। वो धीरे-धीरे एक घर जितना बड़ा हो गया था।

‘ बस पहुँच ही रहे हैं ।’ आलोक अंकल ने उत्तर दिया । उसकी स्थिति देखकर। .

मैं तेजी से नीचे आया और कंबल ओढ़ कर सो गया। सुबह मैंने ये बात अपने घर वालों को बताई तो किसी ने भी मेरा विश्वास नहीं किया, सिवाय मेरी दादी के।

उन्होने कहा कि वो एक छलावा था और छलावा बहुत ही ख़तरनाक होते हैं। तेरी जान इसलिए बच गयी क्यूंकि तेरे गले में यह माता रानी का रक्षा कवच था। तब मुझे याद आया कि यह तो मैंने थोड़े दिन पहले ही अपने गले में बांधा था।

गांव के बुजुर्गो ने सभी बड़े लड़कों से मशाल बनाने और उस ओर जाने के लिए कहा जिधर से शोर आ रहा था। किसी ने बताया कि शोर उस ऊपर वाले खेत में जो गोट लगी है वहीं से हुत हूत की आवाज आ रही है। किसी ने बताया कि वो गोट तो गिरीश की है,और शायद वो मुसीबत में है।

Chalawa is supernatural Tale of a younger Lady named Sawera who is possessed by beginning by a Chalawa (a style of supernatural demon) owning the power of betrayal and illusion. Her father Aamir had died prior to her delivery but minor did she realize that Professor Hamdani was driving the betrayal who Alternatively gave the impression to be a savior to her mom Mahnoor before in her childhood just after he "served" remove the Chalawa named Sarnash from Sawera.[3]

सभी बुजुर्ग आपस में मंत्रना कर रहे थे कि कैसे गिरीश को बचाया जाए, और हम सब सुन रहे थे कि कोई गांव का गिरीश भाई संकट में है, पर समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें आखिर हुआ क्या है ? और किस तरह से वो संकट में हैं ? अभी हम बुजुर्गो की बात सुन ही रहे थे कि एक जोर की आवाज गूंजने लगी कि उसे "केरी" (गांव की लक्ष्मण रेखा, जो गांव को बुरी बला से बचाती है) की तरफ ले जाने का प्रयास हो रहा है, और अगर उसने उसे "केरी" के बाहर ले गया तो फिर उसे कोई नहीं बचा सकता, हम सभी बच्चे, दादी, चाचियां सब परेशान,

इस आस के संग उसने अपने घायल तन-मन को समझाने के साथ अपने अनियंत्रित विचारों को झटकने का प्रयत्न किया .

उधर दूसरी ओर वो, गिरीश भाई को एक खेत से दूसरे खेत की ओर ले जा रहा था, और गिरीश भाई की जान संकट में थी, अगर शीघ्र उसे ना रोका गया तो वो, गिरीश भाई को मार देगा। सभी लड़के तेजी से भाग रहे थे, परन्तु पहाड़ में उकाल (चढ़ाई) में चढ़ना आसान नहीं होता, खेती सीढ़ी नुमा होती है जिससे एक खेत से दूसरे खेत में जाने में समय अधिक लगता है, फिर भी लड़के ऊपर खेत की ओर भागे जा रहे थे कि किस तरह से गिरीश को "केरी" पार करने से रोका जाए।

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